हाई कोर्ट की खबरें अक्सर टेक्निकल लगती हैं, पर इनका असर रोज़मर्रा की ज़िंदगी पर पड़ता है। इस टैग पेज पर हम आपको सीधे और साफ तरीके से हाई कोर्ट से जुड़ी खबरें, रोक आदेश, और प्रमुख फैसलों का सार दे रहे हैं। यहाँ पढ़कर आप जान पाएँगे कि कौन सा फैसला किस पर असर डालेगा और आगे क्या होने की संभावना है।
हमारे लेख छोटे और काम के हैं। उदाहरण के लिए, साइट पर मौजूद कुछ आलेख जो इस टैग से जुड़े हैं —
• "राजस्थान हाई कोर्ट ने अपने आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से रोक प्राप्त की?" — इस पोस्ट में उस आदेश का संक्षेप और प्रभावित समूह (जैसे किसानों) के बारे में बताया गया है।
• "क्या भारत में किसी को मारना कानूनी है?" — यह लेख कानून के नजरिये से खुद की रक्षा और सीमा की बात आसान भाषा में समझाता है।
इन पोस्टों का उद्देश्य जजमेंट की गूढ़ भाषा को तोड़कर आपको असर का तर्क देना है — न कि लंबी कानूनी बहस।
1) आदेश का प्रकार पहले पढ़ें: क्या यह अंतिम निर्णय है, अंतरिम रोक है या सुनवाई का नोटिस? इससे पता चलता है कि केस अभी चल रहा है या फाइनल हुआ है।
2) प्रभावित पक्ष कौन हैं और आदेश किस पर असर डालता है — सीधे तौर पर यह जानें। उदाहरण: कुछ आदेश सिर्फ एक सरकारी नीति पर असर डालते हैं, तो कुछ अमूमन बड़े समूह जैसे किसानों पर असर डालते हैं।
3) तारीख और आगे की कार्रवाई देखें: क्या आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाना संभव है, या स्टे लगा है? पोस्टों में हम अक्सर अगले कदम की संभावना भी बताने की कोशिश करते हैं।
4) टेक्स्ट से निष्कर्ष निकालना सीखें: कानूनी भाषा में छोटे-छोटे शब्द महत्वपूर्ण सिग्नल देते हैं — जैसे "स्थगन" (stay), "अनुबन्ध" (injunction), "न्यायाधिकरण"। हमारे सारांश इन शब्दों का अर्थ सरल करके देते हैं।
अगर आप रोज़ की अदालत की सुर्खियों को समझना चाहते हैं तो इस टैग को फॉलो रखें। हम प्रमुख आदेशों की संक्षेप रिपोर्टिंग और असर की व्याख्या लगातार देते हैं ताकि आपको जजमेंट पढ़ने के लिए लॉ लॉन्ग आर्टिकल्स न पढ़ने पड़ें।
किसी खबर पर सवाल है या आप चाहते हैं कि हम किसी खास केस को आसान भाषा में तोड़कर लिखें? कमेंट करे या हमारे अन्य टैग्स देखें जहाँ कानूनी और सामाजिक असर पर और लेख मिलते हैं।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हाई कोर्ट जजों के लिए 11 नामों को दोहराया है। इस दोहराये हुए नामों में से कुछ हाई कोर्ट जज पहले से ही हाई कोर्ट में काम कर रहे थे। 11 जजों में से कुछ जज अन्य राज्यों में हाई कोर्टों में काम कर रहे थे। यह दोहराया हुआ नामों में से 5 जज अन्य राज्यों के हाई कोर्टों से आये हैं। इससे सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के हाई कोर्ट जजों के संख्या में वृद्धि हुई है।
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