ऑस्ट्रेलिया में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया पहला ODI, रोहित & कोहली वापसी, गिल नई कप्तानी

ऑस्ट्रेलिया में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया पहला ODI, रोहित & कोहली वापसी, गिल नई कप्तानी
अक्तू॰ 19 2025 प्रदीप विश्वकर्मा

जब रोहित शर्मा, बल्लेबाज़ और भारत और विराट कोहली, बल्लेबाज़ ने 19 अक्टूबर 2025 को पर्थ स्टेडियम में अपनी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट वापसी की, तो देश के प्रशंसक आत्मा‑संतुष्ट हो गए। यह पहला One Day International (ODI) था, जहाँ शुबमन गिल, 25 साल की उम्र में, नई ODI कप्तानी संभालते हुए भारत को नेतृत्व कर रहे थे।

इतिहास में इस सीरीज़ की पृष्ठभूमि

तीन‑सितारा पर्थ (पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया) के पर्थ स्टेडियम में इस मुकाबले का मंच तैयार हुआ। भारत ने मार्च 2025 में चैम्पियंस ट्रॉफी जिता था, जबकि ऑस्ट्रेलिया हाल ही में कई वरिष्ठ खिलाड़ियों को रिटायरमेंट या चोट के कारण खो चुका था। इस सीरीज़ को दोनों टीमों के लिए “परिवर्तन‑काल” कहा जा रहा है—कोहली‑रोहित की संभावित विदा और ऑस्ट्रेलिया के पुनर्गठन का मिलन‑बिंदु।

पहले ODI का विस्तृत विवरण

टॉस में शुबमन गिल ने "पहले बॉल डिस्पोज़ करने की इच्छा" जताई। भारत ने 16वीं बार टॉस हारते हुए अपना रिकॉर्ड जारी रखा, जो पिछले जीत के बाद से 2023 के विश्व कप सेमीफाइनल में मुंबई के वन्खेड़े स्टेडियम पर हुआ था। शुरुआती 11 में भारतीय टीम के लिए प्रमुख नाम थे:

  • रोहित शर्मा (खुली)
  • शुबमन गिल (कप्तान, खुली)
  • विराट कोहली (तीसरा क्रम)
  • श्रेय आशियर (वाइस‑कैप्टन)
  • केएल राहुल (विकेट‑कीपर)
  • अक्सर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, नितीश कुमार रेड्डी (डिब्यूटी), हार्षित राणा, मोहम्मद सिराज, अर्ज़दीप सिंह

ऑस्ट्रेलिया की टीम में मिचेल मार्श कप्तान, ट्रैविस हेड, मैथ्यू शॉर्ट, जॉश फिमि (विकेट‑कीपर) के साथ मैट रेंशॉ (डिब्यूटी) और मिचेल ओवेन (डिब्यूटी) को शामिल किया गया। प्रमुख तेज़ गेंदबाज पॅट कमिंस चोटिल रहने के कारण बाहर थे, और ग्लेन मैक्सवेल हाथ फ्रैक्चर के कारण अनुपलब्ध रहे।

टीमों की प्रतिक्रिया और विशेषज्ञ मत

टीमों की प्रतिक्रिया और विशेषज्ञ मत

भारतीय कप्तान गिल ने कहा, "हम मानसिक रूप से तैयार हैं, प्रैक्टिस ने हमें भरोसा दिलाया है। तीन तेज़ गेंदबाज़ और तीन ऑल‑राउंडर का संतुलन हमें आगे बढ़ाएगा।" वहीं ऑस्ट्रेलियाई कोच ने नोट किया कि युवा डिब्यूटीज—रेंशॉ और ओवेन—का प्रदर्शन सीरीज़ की दिशा तय कर सकता है। क्रिकेट विश्लेषक राकेश सिंह ने बताया, "रोहित‑कोहली की वापसी का अर्थ सिर्फ स्टार पावर नहीं, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए मार्गदर्शन भी है।"

एक और दिलचस्प आँकड़ा: ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में अपना 16वां लगातार टॉस हार दर्ज किया, जबकि भारत ने 2023 के विश्व कप सेमीफाइनल में अपनी आखिरी जीत हासिल की थी। इस तरह की छोटी‑छोटी “टॉस की आँकड़े” अक्सर टीम के मनोबल को परिप्रेक्ष्य देती हैं।

आगामी प्रभाव और सीरीज़ का महत्व

यह ODI केवल एक मैच नहीं, बल्कि 2027 के दक्षिण अफ्रीका विश्व कप की तैयारी का महत्वपूर्ण कदम है। दोनों देश अपनी ‘डिप्थ’ (गहराई) को परख रहे हैं—भारत को रोहित‑कोहली के आगे के वर्षों में फिट रहने की जरूरत है, जबकि ऑस्ट्रेलिया को नई पीढ़ी को स्थिर बुनियाद देना है। यदि रेंशॉ इस श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करता है, तो वह अहसास कर सकता है कि वह एशेज़ में अपनी जगह बना सकता है।

ताकि दर्शक समझ सकें कि यह सीरीज़ क्यों अहम है, यहाँ कुछ प्रमुख बिंदु हैं:

  1. भारतीय कप्तान शुबमन गिल की पहली सीरीज़ में नेतृत्व परीक्षण।
  2. रोहित और कोहली का पुनः प्रवेश, जो टीम के अनुभव को बढ़ाता है।
  3. ऑस्ट्रेलिया का पुनर्गठन, नई डिब्यूटीज की परख।
  4. टॉस में लगातार हार का मनोवैज्ञानिक प्रभाव।
  5. आगामी विश्व कप के लिए चयन समिति को डेटा प्रदान करना।
भविष्य की राह – अगले मैच और संभावित बदलाव

भविष्य की राह – अगले मैच और संभावित बदलाव

सीरीज़ के अगले दो मौक़े 22 और 25 अक्टूबर को पर्थ में तय किए जाएंगे। विशेषज्ञ उम्मीद कर रहे हैं कि भारत बॉलिंग में अधिक विविधता लाने के लिए कुलदीप यादव को शामिल कर सकता है, जबकि ऑस्ट्रेलिया संभावित रूप से अर्नी बौटमैन को फिर से कॉल‑अप कर सकता है, यदि उनके तेज़ गेंदबाज़ी में जगह बनती है। दोनों टीमों के कोच बोर्ड ने अभी तक स्क्वाड में कोई बड़े बदलाव की घोषणा नहीं की है, पर बग़ैर बिम्बा के जम्पिंग बॉलर जास्प्रिट बुमराह की अनुपस्थिति अब भी चर्चाओं का विषय है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

शुबमन गिल की कप्तानी में भारत को कौन‑सी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा?

गिल को भारत की नई बॉलिंग वैरायटी को घोला‑घोला करना होगा, जबकि वे किनारे पर तेज़ स्कोर बनाते रहना चाहते हैं। खासकर पर्थ की तेज़ पिच पर, उन्हें राइट‑हैंडेड बॉलर्स और स्पिनर दोनों को संतुलित रखना पड़ेगा।

ऑस्ट्रेलिया की टीम में पॅट कमिंस की अनुपस्थिति का क्या असर होगा?

कमिंस की गति और एक्सपीरिएन्स की कमी से ऑस्ट्रेलिया को अपने तेज़ बॉलिंग संयोजन में वैकल्पिक विकल्प खोजने होंगे, जैसे कि बर्नार्डो ओबर्न या युवा बाउटमैन। यह नई जेडी जोड़ी को टेस्ट और ODI दोनों में स्थिरता लाने का दबाव देगा।

रॉहित शर्मा और विराट कोहली की वापसी से भारतीय टीम को क्या फायदा है?

उनकी सामरिक समझ और दबाव के तहत खेलने का अनुभव युवा खिलाड़ी जैसे नितीश रेड्डी और हार्षित राणा को परिपक्व बनाता है। साथ ही, उनका फॉर्म अभी भी विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी दिखता है, जो मध्य‑ऑवर्स में रन‑रेट को बढ़ावा देता है।

ऐसी कौन‑सी नई रणनीति हो सकती है जो भारत को टॉस में जीत दिला सके?

कप्तान गिल ने पहले बॉल लाने की इच्छा जताई, पर टॉस को बदलने के लिए बॉलिंग-कैप्टन को भी भाग लेना चाहिए। दो‑तीन फास्ट बॉलर की फॉर्म और जॉकी स्ट्रैटेजी को मिलाकर, भारतीय कोचेज़ टीम को पहले ओवर में विकेट तोड़ने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।

आगामी विश्व कप के लिए इस सीरीज़ का क्या मतलब है?

यह सीरीज़ दोनों टीमों को ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी पिचों पर खेलने की स्थिति का अंदाज़ा देती है। खिलाड़ियों की फ़ॉर्म, नई संयोजन और मैनेजमेंट की रणनीति इस विश्व कप की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।